मोरारी बापू के बारे में आपने सोशल मीडिया पर आजकल काफी ज्यादा सुना तथा इन्हे देखा भी होगा, सोशल मीडिया पर इनके सुविचार, शायरी, प्रवचन आए दिन वायरल होते रहते हैं मोरारी बापू [ Morari Bapu ] एक आध्यात्मिक गुरु तथा कथावाचक है यह ज्यादातर राम कथा करते रहते हैं इन्होंने भारत सहित पूरे विश्व में कई अलग-अलग देशों में राम कथा के आयोजन करवाये हैं इनके अलावा दान देने के मामले में भी यह सबसे आगे रहते हैं।
आज के इस पोस्ट में हम आपको बताएँगे मोरारी बापू की जीवनी, आयु, परिवार, पत्नी, शिक्षा, जाति,आय, संपत्ति, कथावाचक जर्नी के बारे में बताएंगे।
मोरारी बापू का जीवन परिचय [ Morari Bapu Biography in Hindi ]
पूरा नाम | मोरारिदास प्रभुदास हरियाणी |
निक नाम | मोरारी बापू |
जन्म | 25 सितंबर 1946 |
उम्र | 75 साल |
जन्म स्थान | तलगाजरडा-महुवा, गुजरात |
व्यवसाय | आध्यात्मिक गुरु तथा कथावाचक |
धर्म | हिन्दू |
Morari Bapu Social Media Accout
Social Media Name | User ID |
chitrakutdhamtalgajarda | |
Chitrakutdham Talgajarda Morari Bapu | |
YouTube | Chitrakutdham Talgajarda |
@MorariBapu_ | |
Website | https://chitrakutdhamtalgajarda.org/ |
Morari Bapu Birth, Place, Family
मोरारी बापू का जन्म 25 सितंबर 1946 को देश की आजादी से 1 साल पहले गुजरात के महुआ के पास तालगरजदा गांव में हुआ। मोरारी बापू के पिता का नाम प्रभु दास बापू हरियाणी तथा माता का नाम सावित्री बेन है मोरारी बापू के छः भाई तथा दो बहने है इसमें मोरारी बापू सबसे छोटे भाई है।
मोरारी बापू विवाहित है Morari Bapu की पत्नी का नाम नर्मदाबेन है नर्मदाबेन से इन्हें 1 बेटा तथा 3 बेटियाँ की प्राप्ति हुई जिनके नाम पृथ्वी हरियाणी, भावना, प्रसन्ना, तथा शोभना है।
वर्तमान समय में मोरारी बापू श्री चित्रकुटधाम ट्रस्ट, तालगरजदा, महुवा, जिला- भावनगर, गुजरात में रहते हैं तथा यह कथा के आयोजन के लिए भारत सहित देश-विदेश में भ्रमण करते रहते हैं।
पिता | प्रभुदास बापू हरियाणी |
माता | सावित्री बेन |
पत्नी | नर्मदाबेन |
भाई | भाई – 6 |
बहन | बहन – 2 |
Morari Bapu Education, Qualification
मोरारी बापू ने अपनी प्राथमिक शिक्षा सरकारी हाई स्कूल तालगरजदा गुजरात से प्राप्त की, इसके बाद इन्होंने अपनी कॉलेज की पढ़ाई शाहपुर कॉलेज जूनागढ़ से प्राप्त करके शिक्षण में एक कोर्स डिग्री हासिल की। Morari Bapu गुजराती तथा हिन्दी भाषा का उपयोग ज्यादा करते है।
मोरारी बापू की प्राथमिक शिक्षा के साथ-साथ इनके दादा जी इन्हें हर रोज रामचरितमानस को सुनाते थे जो इन्हे कुछ ही समय में मुखजबानी याद हो गयी।
School ( स्कूल ) | सरकारी हाई स्कूल, तालगरजदा, गुजरात |
College ( कॉलेज ) | शाहपुर कॉलेज जूनागढ़ |
Morari Bapu Career Journey
मोरारी बापू ने अपने स्कूल की पढ़ाई के साथ ही अपना अधिकतर समय अपने दादा दादी के साथ बिताया, बचपन में यह तुलसी के बीजों की माला बनाया करते थे तथा अपने दादा-दादी से लोक कथाएं तथा रामचरितमानस की चौपाइयां सुना करते थे।
वर्ष 1960 में मोरारी बापू ने मात्र 14 साल की उम्र में पहली बार रामप्रसाद महाराज की उपस्थिति में राम कथा का वाचन अपने ग्रह शहर में स्थित रामजी मंदिर में किया था मोरारी बापू ने पहली बार वर्ष 1976 में अफ्रीका के कीनिया देश की राजधानी नैरोबी में राम कथा वाचन का काम भी किया।
मोरारी बापू ने एक शिक्षक के रूप में भी 10 वर्षों तक अपने गृह नगर में एक हाई स्कूल में बच्चों को पढ़ाया भी था।
Morari Bapu ने अयोध्या में भगवान श्री राम के जन्म स्थान राम जन्मभूमि पर राम जी के मंदिर के निर्माण का समर्थन किया था। इसी तरीके से राम कथा का वाचन करते हुए वर्ष 1992 में मोरारी बापू राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भी शामिल हुए, जिसमे बापू ने राम मंदिर के लिए युवाओं से लड़ाई लड़ने की अपील की थी।
इन्होंने भारत में जगह-जगह पर रामचरितमानस की कथा का वाचन किया तथा लोगों को भगवान राम के प्रवचन दिए, वर्ष 2009 में Morari Bapu ने महुवा में ‘विश्व धर्म वार्ता और सिम्फनी सम्मेलन’ का आयोजन किया, जिसका उद्घाटन दलाई लामा ने किया था। वर्ष 2012 में वाल्मीकि रामायण का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया हुआ था, उसमें डॉक्टर सत्यव्रता शास्त्री, डॉ राधा वल्लभ त्रिपाठी, डॉ राजेंद्र नानावटी और ऐसे ही विभिन्न प्रकार के रामायण के विद्वान लोग सम्मिलित थे, इस आयोजन में मोरारजी बापू भी शामिल थे।
मोरारी बापू ने ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फ़क़ीर कहकर सम्बोधित किया था जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे इसी कड़ी में उन्होंने कहा कि कोई भी नरेंद्र मोदी की देशभक्ति पर सवाल नहीं उठा सकता।
इन सभी के अलावा मोरारी बापू ने अब तक 900 से ज्यादा राम कथाओं का आयोजन किया है तथा उन्होंने भारत के अलावा पूरे विश्व में कई अलग-अलग देशों में राम कथा का आयोजन किया है जहां पर इन्हें सुनने भारी संख्या में राम भक्त आते है जिसमे अलग-अलग समुदाय के लोगों ने आकर इनकी कथाओं को सुना तथा राम जी का गुणगान किया है।
इन सबके अलावा मोरारी बापू ने बहुत से ऐसे काम भी किए है जिनके कारण लोगों ने उनकी काफी प्रशंसा की, जैसे कि उत्तराखंड में आई आपदा मैं 1 करोड़ रुपए का दान देना तथा इनके अलावा इन्होंने और भी कई जगह दान भी देने का कार्य किया। मोरारी बापू जरूरतमंद छात्रों को मुफ्त में शिक्षा प्रदान करवाने का काम भी करते हैं। २०१९ के पुलवामा हमले के बाद, Morari Bapu ने घोषणा की कि वह प्रत्येक शहीद के परिवार को 1 लाख की वित्तीय सहायता प्रदान करेंगे।
मोरारी बापू भारत के कई बड़े राजनेता, बिजनेसमैन तथा आध्यात्मिक गुरुओं के साथ जुड़े हुए रहते हैं अक्सर कई बार आप इनके साथ कई बड़े-बड़े राजनेता नरेंद्र मोदी से लेकर मुकेश अंबानी तक को देखते होंगे। ये लगभग भारत के सभी आध्यात्मिक योग गुरुओ से जुड़े हुए है।
Morari Bapu Net worth
मोरारी बापू अपनी राम कथा के माध्यम से काफी अच्छा पैसा कमाते हैं लेकिन आपको यह जानकर खुशी होगी कि यह अपनी कमाई का लगभग सारा पैसा दान दे देते हैं यह अपनी जिंदगी को सिंपल और सरल तरीके से जीना पसंद करते हैं।
Monthly Income | जल्दी अपडेट करेंगे |
Totel Net Worth | Rs. 11.67 Crore (2019) |
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morari bapu net worth
Rs. 11.67 Crore (2019)
morari bapu house
श्री चित्रकुटधाम ट्रस्ट, तालगरजदा, महुवा, जिला- भावनगर, गुजरात
Morari Bapu daughter
भावना, प्रसन्ना, तथा शोभना
Morari Bapu official website
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