संत श्री 1008 श्री राजाराम जी महाराज का जीवन परिचय

संत श्री 1008 श्री राजाराम जी महाराज का जीवन परिचय

श्री राजाराम जी महाराज का जन्म विक्रम सवंत 1939 चैत्र सुदी नवमी को पिता हरिंगराम माता मोतीबाई की कोख  हुआ।

अल्पायु में माता-पिता का परलोक गमन हो गया तो राजाराम जी ने गांव के ठाकुर के यहाँ रोटी  बदले "हाली" का काम शुरू कर दिया।

इसी बीच श्री राजाराम जी महाराज द्वारिका के लिए रवाना हुए लेकिन पारलू गांव में ही इंद्र भगवान  ने अपने सिंहासन से राजाराम जी को बैकुण्ड धाम लेकर आये।

बैकुण्ड धाम से वापस आने के बाद राजाराम जी महाराज ने कई चमत्कार दिए तथा आँजणा समाज में फैली कुरूतियो-बुराइयों को दूर किया। राजाराम जी महाराज के कई चमत्कारों को आज भी आप प्रत्यक्ष देख सकते है।

आँजणा समाज को नई ऊंचाइयों तक लेकर जाने वाले श्री राजाराम जी महाराज ने विक्रम संवत 2000 श्रावण वद तेरस को जीवित समाधि  ले ली।

श्री राजाराम जी महाराज का भव्य मंदिर राजस्थान के जोधपुर जिला के शिकारपुरा गांव में बना हुआ है ये आँजणा कलबी समाज का प्रमुख केंद्र है।

श्री राजाराम जी मंदिर

श्री राजाराम जी मंदिर

 श्री देवाराम जी महाराज

 श्री देवाराम जी महाराज

 श्री किशनाराम जी महाराज

 श्री किशनाराम जी महाराज